तेरा मेरा कुछ ऐसा साथ है, कड़वाहट के स्वाद में, जलेबी सा तेरा साथ है, तेरा मेरा कुछ ऐसा साथ है, कड़वाहट के स्वाद में, जलेबी सा तेरा साथ है,
कभी-कभी वो बोलता भी है, सुनेंगे आज हम, की वो क्या कहता है, कभी-कभी वो बोलता भी है, सुनेंगे आज हम, की वो क्या कहता है,
जननी है यह जीवन की धारा, जीवन का उद्देश्य बताती है । जननी है यह जीवन की धारा, जीवन का उद्देश्य बताती है ।
शायद मिल पाएं, कहीं और किसी जहां में फिर से तो उन इशारों को लफ़्ज़ों की जुबां दे दो। शायद मिल पाएं, कहीं और किसी जहां में फिर से तो उन इशारों को लफ़्ज़ों की जुबां...
एहसास से लिपटे थे ख्वाहिशों की दुनिया ये उन दिनों का प्यार था। एहसास से लिपटे थे ख्वाहिशों की दुनिया ये उन दिनों का प्यार था।
कुछ लफ्ज़ सजा लूँ तेरे लिए कुछ लफ्ज़ सजा लूँ तेरे लिए